- क्या यही हमारी अवकात है !
- क्या जशपुर जिला वाकई घटिया है ?
- कलेक्टर ने किस आधार पर बोला घटिया ?
- वो भी छत्तिश्गढ़ में नहीं पुरे भारत देश में सबसे घटिया जिला ......?
श्रीमान अंकित आनंद ,कलेक्टर .जशपुर |
आपके बयान से जिले का हर वर्ग आहात हुआ है ......माना की किसी वर्ग विशेष को आप घटिया बोल देते ....पर आपने तो जिले को ही घटिया बोल दिया .....वो भी पुरे देश में ......ठीक है कुछ मुद्दों पर आपकी असहमति जायज है ......आप पढ़े लिखे बहुत ही सभ्य व्यक्ति है आपका सम्मान है पर महोदय हम अगर ढोर गंवार है ....हमें बचपन से लेकर आज तक वैसी शिक्षा नहीं मिली न वैसा माहौल मिला तो इसमें हमारा क्या दोष .......बदलना ही है तो पुरे सिस्टम को बदलने का प्रयास करिए ना ......बयान दे देने से कोई घटियापन क्या दूर हो जाएगा ........
यहाँ की आदिवासी संस्कृति ,पुरातन परम्परा,प्रकृति का अनुपम उपहार,भविष्य के लिए अगर सुरक्षित नहीं किया गया तो वो दिन दूर नहीं जब प्रशाशन के संरक्षण में यहाँ भी कोरबा ,रायगढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो जाए ...........कलेक्टर साहब ....केवल भौतिक विकाश से ही अच्छे और घटिया का वर्गीकरण ठीक नहीं है .....आपने आते ही कहा था की ....शिक्षा और स्वास्थय आपकी पहली प्राथमिकता होगी .....पर अपने अधिकारियों पर आपका ही नियंत्रण नही है ..................
चलिए आपके अनुसार शिक्षा को ही ले तो आज भी स्कुलो की हालत बदतर है ....आपकी कड़ाई से एक समय सब ठीक था पर लगाम ढीली पड़ने के बाद स्थिति जस की तस .......स्वास्थ विभाग की बात करे तो राष्ट्रीय छय नियंत्रण कार्यक्रंम और पोलियो टीकाकरण में विगत १० वर्षो में जितनी धांधली हुई है उतनी कभी नहीं हुई ...आप नहीं पर .आपकी ही कुर्सी का कमाल है ......की अब तक सम्बंधित अधिकारी जमे हुए है ..... मात्र है निर्माण को ले ले तो जिला पंचायत में कोई भी काम कमिसन पर पास करा लीजिये .... यहाँ तो हालात ये है की बच्चा पैदा हो तो बाप बोलता है बेटा मेरे से भी बड़ा ठेकेदार बनना ....पैसा आ गया तो आवाज कहा उठेगी ......मांग कौन रखेगा .......जुलुस और धरना कौन करेगा .....वो तो एक दो अपवाद है जो हमेशा जनहित के बारे में सोचते है प्रयास भी करते है ......पर कही न कही राजनीती हावी हो जाती है .......
आदरणीय कलेक्टर महोदय निश्चित ही आपके बयान को लेकर राजनीती तो होगी ही .....आलोचना भी होगी .....पर निवेदन आपसे यही है साहब की नेताओ की चमचागिरी वाले अधिकारियों को अगर आप सही रास्ते पर ले आये तो आप ही कहेंगे हमारा जशपुर सुन्दर जशपुर ........बाकी आप खुद ही समझदार है .................
Very Well Said Yogesh ji,
ReplyDeleteWe understand mr ankit has some hurdles towards developmet work but due to negative forces ,but still you should fight till last, well as far as jashpur is concern i proud to be jashpuriya.
ReplyDeleteNice write up mr yogesh keep going
It’s important to assess - "Where are we?" without this assessment we can’t proceed to reach - "where we want to be". If collector sir's comment is an outcome of his assessment of our beloved district then I deeply appreciate it, because it shows that he has a vision and he is just trying to assert how much gap he needs to fill in order to be there.
ReplyDeleteSo my dear Jashpuriyas, don't feel disheartened, if intent is good, self criticism can do wonders. Give him a chance or at-least a benefit of doubt.
thanks sirji
ReplyDeleteaapne dare to kiya sach bolna ka
aap jaise log ki jarurat hai
jashpur aur desh ko...
god bless u